कहानी का पिछला भाग जहाँ खत्म हुआ, वहाँ हर कोई सन्न रह गया था। सुमन की आँखों में छुपा डर और राजीव के खून से सने कपड़े ने शादी की रात को एक रहस्यमयी मोड़ दे दिया था।
जैसे ही पुलिस वहाँ पहुँची, कमरे को सील कर दिया गया। हर कोई एक ही सवाल कर रहा था—क्या यह सुमन का काम था, या कोई तीसरा शख्स इस खूनी खेल का हिस्सा था?
पहेली का पहला सुराग
जाँच शुरू हुई, और पुलिस को कमरे में फर्श पर पड़े एक टूटे हुए हार का टुकड़ा मिला। हार की डिजाइन खास थी, जिसे सुमन की शादी के गहनों के सेट में नहीं देखा गया था। यह सवाल खड़ा हुआ कि हार का टुकड़ा वहाँ कैसे पहुँचा?
राजीव के शरीर पर चोटों के निशान ने भी जाँच को और पेचीदा बना दिया। डॉक्टर ने बताया कि चोटें ताजा थीं और किसी तीखे हथियार से हुई थीं। लेकिन कमरे में ऐसा कोई हथियार नहीं मिला।
सुमन को जब पुलिस ने सवाल किया, तो उसने रोते हुए कहा, "मुझे कुछ नहीं पता... जब मैं कमरे में आई, तब राजीव इस हालत में थे।"
सुमन का छुपा अतीत
जैसे-जैसे जाँच आगे बढ़ी, पुलिस ने सुमन के पुराने दोस्तों और रिश्तेदारों से बात की। एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई—सुमन का एक पुराना प्रेमी था, जिसका नाम अर्जुन था।
अर्जुन, जो सुमन से बेहद प्यार करता था, शादी के कुछ महीने पहले तक उसके संपर्क में था। लेकिन सुमन ने यह रिश्ता खत्म कर दिया था क्योंकि वह राजीव से शादी करने का फैसला कर चुकी थी। अर्जुन इस बात से गुस्से में था और उसने सुमन को धमकी दी थी कि अगर वह उससे दूर हुई, तो वह उसे बर्बाद कर देगा।
राजीव का गुप्त दुश्मन
राजीव के व्यापार से जुड़े कुछ लोगों से पूछताछ करने पर पता चला कि राजीव का एक दुश्मन, विक्रम, उसे लंबे समय से नुकसान पहुँचाने की फिराक में था। विक्रम ने राजीव के साथ एक बड़ा व्यापारिक सौदा खो दिया था, और तब से वह उससे बदला लेना चाहता था।
पुलिस को संदेह हुआ कि क्या यह विक्रम का काम हो सकता है? लेकिन सवाल यह था कि विक्रम शादी की रात तक कैसे पहुँच पाया?
सुमन के बयान में झोल
पुलिस को सुमन के बयान में कुछ विरोधाभास मिले। उसने कहा था कि वह महफ़िल के दौरान कमरे में थी, लेकिन कुछ गवाहों ने बताया कि उन्होंने सुमन को आखिरी बार गार्डन एरिया में देखा था।
सुमन ने रोते हुए कहा, "मैंने कुछ नहीं किया... मैं बस अपने कमरे में वापस जा रही थी, और जब पहुँची, तो यह सब हो चुका था।"
लेकिन सुमन की बातों से पुलिस को यकीन नहीं हो रहा था।
रात का सबसे बड़ा राज़
जाँच के दौरान, पुलिस ने कमरे के पास लगे एक पुराने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकाली। वीडियो में देखा गया कि शादी की रात, करीब आधी रात को, एक परछाईं कमरे के पास से गुजर रही थी। वह परछाईं एक आदमी की थी, लेकिन उसका चेहरा साफ नहीं दिखा।
फुटेज को जब और गौर से देखा गया, तो पता चला कि वह आदमी कुछ गहने के डिब्बे के साथ कमरे में घुसा था।
अंतिम मोड़
जाँच के अगले दिन, पुलिस ने अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से वह हार बरामद हुआ, जिसका टुकड़ा कमरे में मिला था। पूछताछ में अर्जुन ने बताया कि वह सुमन से बदला लेना चाहता था। उसने राजीव को कमरे में चुपके से आकर घायल कर दिया था।
लेकिन एक सवाल अभी भी बना रहा—क्या सुमन को इस योजना के बारे में पता था?
क्या सुमन निर्दोष थी?
अर्जुन ने अपने बयान में सुमन को निर्दोष बताया। उसने कहा, "सुमन ने मुझसे कुछ नहीं कहा। यह सब मैंने खुद किया।"
लेकिन सुमन का चेहरा और उसकी आँखों का डर कुछ और कहता था।
अगला भाग?
यह कहानी अभी पूरी नहीं हुई है। सुमन की सच्चाई और उसके अतीत के कई अनसुलझे पहलू अभी भी बाकी हैं।
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